रांची: रांची के साढ़े तीन लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है। अब राजधानी के उपभोक्ताओं को बिजली खपत पर नजर रखने में आसानी होगी। उपभोक्ताओं को बिजली बिल के लिए ऊर्जा मित्र का इंतजार नहीं करना होगा और बिजली बिल जमा करने के लिए लाइन भी नहीं लगनी पड़ेगी। जितना खर्च करेंगे, उतना भुगतान करें, यानी बिजली की खपत कम कर सकेंगे। इसके लिए मंगलवार से रांची में प्री पेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू हो गया।
रांची में बिजली उपभोक्ताओं के लिए बहुप्रतीक्षित नई सुविधा की शुरुआत हो गई है। शहर के साढ़े तीन लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए प्री पेड स्मार्ट मीटर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिससे उपभोक्ता खपत पर निगरानी रख पाएंगे। पहले चरण में एक हजार घरों में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। पूरे शहर में 6 से 7 महीने में प्री-पेड स्मार्ट लगाने को पूरा कर लेने की योजना है।
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, जेवीवीएनएल में रांची विद्युत एरिया बोर्ड के महाप्रबंधक पी.के. श्रीवास्तव ने बताया कि रांची में करीब साढ़े तीन लाख बिजली उपभाोक्ताओं के घरों में प्री पेड स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। नया प्री पेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम आज से रांची में शुरू हो गया। पहले चरण में एक हजार घरों में प्री-पेड स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। पूरे शहर में 6 से 7 महीने में प्री-पेड स्मार्ट लगाने को पूरा कर लेने की योजना है।
अपर बाजार से नया मीटर लगाने का काम शुरू
स्मार्ट मीटर लगाने के पहले की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रायोगिक तौर पर पहले चरण में अपर बाजार से स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया गया। स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य जेनस कंपनी के माध्यम से किया जा रहा है। इस परियोजना में 250 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है।
कैसे काम करेगा प्री-पेड स्मार्ट मीटर
नया प्री-पेड स्मार्ट मीटर मोबाइल नंबर की तरह काम करेगा। इसे मोबाइल नंबर की तरह रिचार्ज करना होगा। इससे उस क्षेत्र में बेहतर नेटवर्क कनेक्शन वाली मोबाइल कंपनी का भी सिम कार्ड लगेगा। उपभोक्ता को बिजली का उपयोग करने से पहले रिचार्ज करना होगा। जितना रिचार्ज करेंगे और बैलेंस रहेगा, उतनी ही बिजली की खपत कर पाएंगे। रिचार्ज समाप्त होने पर मोबाइल पर मैसेज आएगा। समय पर रिचार्ज नहीं करने पर बिजली आपूर्ति रोक दी जाएगी।