महादेव ऐप से जुड़े ही एक ऐप के मामले में ईडी ने एक्ट्रेस तमन्ना भाटिया से पूछताछ की है। HPZ टोकन नाम के ऐप पर लोगों से ठगी करने का आरोप है।
बॉलिवुड की टॉप एक्ट्रेस में शुमार तमन्ना भाटिया का नाम भी विवाद में आ गया है। गुरुवार को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी ने उनसे गुवाहाटी में पूछताछ की। ‘HPZ टोकन’ नाम के मोबाइल ऐप को लेकर उनसे पूछताछ की गई। आरोप है कि इस ऐप के जरिए क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर लोगों को चूना लगाया गया है। कुछ महीने पहले ही महाराष्ट्र साइबर सेल ने महादेव बैटिंग ऐप और ऑनलाइन गेमिंग को लेकर उन्हें तलब किया था। बता दें कि इस मामले में अब तक कई एक्टर, कॉमीडियन और सिंगर फंस चुके हैं।
गुवाहाटी में ईडी के जोनल ऑफिस में तमन्ना भाटिया का प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत बयान दर्ज किया गया। पीटीआई के मुताबिक ‘HPZ टोकन’ ऐप के कार्यक्रम में सिलेब्रिटी अपियरेंस के लिए उन्हें मोटी रकम दी गई थी। इस ऐप के ओनर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हैं। जानकारी के मुताबिक तमन्ना भाटिया के खिलाफ कोई आपराधिक आरोप नहीं हैं। उन्हें पहले भी समन किया गया था लेकिन व्यस्तता के चलते वह ईडी के सामने पेश नहीं हो पाई थीं।
क्या है पूरा मामला?
साल 2023 में वायकॉम ने ‘फेयरप्ले’ नाम के ऐप पर कॉपी राइट एक्ट का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी। दरअसल इस ऐप पर आईपीएल का अवैध रूप से प्रसारण किया जा रहा था। वायकॉम का कहना था कि फेयरप्ले की वजह से उसे 100 करोड़ का नुकसान हुआ। फेयरप्ले ऐप की पैरेंटल कंपनी महादेव बेटिंग ऐप है। यह सट्टेबाजी का ऐप है। इस वेबसाइट या ऐप के जरिए क्रिकेट, फुटॉबल, बैडमिंटन जैसे खेलों में पैसे लगाए जाते हैं। इस ऐप का मुख्यालय यूएई में है।
2019 में सौरभ चंद्राकर ने इस ऐप की शुरुआत की थी। वह छत्तीसगढ़ के भिलाई के कहने वाले हैं। इस काम में उनका साथ रवि उप्पल दे रहे थे। 2019 में सौरभ दुबाई से यह नेटवर्क संभालने लगा। इसके बाद उसने कई बड़े आयोजन किए जिनमें सिलेब्रिटीज को मोटी रकम देकर बुलाया जाता था। सिलेब्रिटीज से महादेव ऐप को सपोर्ट करने के लिए कहा जाता था और बदले में उन्हें मोटी रकम दी जाती थी। तमन्ना भाटिया भी महादेव बेटिंग ऐप से जुड़े ही एक कार्यक्रम में शामिल हुई थीं जिसके बाद वह ईडी की रडार पर आ गईं।