याचिकाकर्ता शाहीन अब्दुल्लाह ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ घृणित टिप्पणी करने वालों के खिलाफ UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत कार्यवाही की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. याचिका में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वालों मामलों की स्वतंत्र जांच की मांग भी की गई है. कपिल सिब्बल ने कहा कि ऐसे मामलों में कुछ करने की जरूरत है. अगर अदालतें कुछ नहीं करेंगी, तो भगवान ही इस देश को बचा सकता है. भड़काऊ भाषण देने वाले नेताओं के खिलाफ कुछ किया जाना चाहिए. नोटिस जारी करते हुए जस्टिस अजय रस्तोगी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और देश को हल्के में न लें. मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले राजनीतिक नेताओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से UAPA के तहत कार्रवाई की याचिका पर नोटिस जारी हुआ है. जस्टिस अजय रस्तोगी की बेंच ने इस याचिका पर नोटिस जारी किया. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पहले से पेंडिंग मामलों के साथ याचिका को जोड़ दिया है.