RANCHI – राज्य में भले ही कोरोना मरीजों की संख्या अचानक से कम हो गई है. नए मरीज इक्का-दुक्का ही सामने आ रहे हैं. इस बीच बदलते मौसम की वजह से वायरल बीमारी के मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हो गया है. सर्दी, खांसी और बुखार की समस्या लेकर मरीज डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं. जिससे कि एक बार फिर पारासिटामोल और एंटीबायोटिक की डिमांड बढ़ गई है. वही डॉक्टर भी मान रहे हैं की यह वायरल सामान्य वायरल की तुलना में थोड़ा ज्यादा गंभीर है. इसलिए मरीजों को एंटीबायोटिक लिखी जा रही है. साथ ही वे अलर्ट भी कर रहे हैं कि खुद से कोई भी दवा न ले. डाक्टरों के एडवाइस पर ही दवा लें. लेकिन लोग हर प्रकार के बुखार को वायरल बुखार न समझें। वायरल बुखार व डेंगू दोनों के शुरूआती लक्षण लगभग सामान्य हैं। डेंगू के लक्षण में मरीज को अधिक ठंड के साथ शरीर में तेज दर्द व कमजोरी महसूस होती है। साथ ही हल्की खांसी, गले में खराश और उल्टी आती है। इसलिए किसी भी तरह का बुखार हो जांच की रिपोर्ट आने तक सिर्फ पैरासीटामाल का ही सेवन करें। यह सबसे सुरक्षित दर्द निवारक दवाओं में से एक है। डेंगू या वायरल बुखार के मरीज खूब पानी व ओआरएस का घोल पीएं, जिससे उनके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बना रहे। बच्चे को पैरासीटामाल का सेवन कराने से पहले दवा की मात्रा के विषय में डॉक्टर से सलाह कर लें।