बजट सत्र 2025 की शुरुआत : राष्ट्रपति मुर्मु ने संसद को संबोधित किया, महाकुंभ हादसे पर जताया दुख

नई दिल्ली : संसद का बजट सत्र 2025 शुक्रवार से शुरू हो गया है, जिसमें संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपना अभिभाषण दिया। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मु ने अपनी बातों में देश के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला और संसद के सभी माननीय सदस्यों को संबोधित किया। उन्होंने महाकुंभ हादसे पर दुख जताया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अपने अभिभाषण में देश के समग्र विकास की दिशा और भविष्य की योजनाओं पर बात की। उन्होंने यह भी याद किया कि पिछले कुछ वर्षों में देश ने तमाम कठिनाइयों के बावजूद काफी प्रगति की है। मुर्मु ने विशेष रूप से देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश ने नई ऊंचाइयों को छुआ था और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में किया मां लक्ष्मी का आह्वान

संसद के बजट सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संसद पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले समृद्धि की देवी, मां लक्ष्मी का आह्वान किया और उन्हें नमन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें यह सौभाग्य मिला है कि हम तीसरी बार बजट पेश करने जा रहे हैं, और यह तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट होगा। उन्होंने कहा कि इस बजट के माध्यम से सरकार का लक्ष्य गरीब और मध्यम वर्ग की भलाई के लिए कार्य करना है और इस काम में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि इस बार बजट का उद्देश्य देश की समृद्धि में वृद्धि करना और उसे तेज गति से आगे बढ़ाना है। उन्होंने मिशन मोड में कार्य करने की बात भी कही, जिससे देश में आर्थिक विकास के नए अवसर उत्पन्न हों।

निर्मला सीतारमण का आर्थिक सर्वेक्षण

बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का योगदान भी महत्वपूर्ण है। वे आज दोपहर 12 बजे लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। यह सर्वेक्षण देश की आर्थिक स्थिति को स्पष्ट करेगा और पिछले वित्त वर्ष की विकास दर, राजकोषीय घाटा, मुद्रास्फीति, बेरोजगारी दर और अन्य महत्वपूर्ण आर्थिक संकेतकों के बारे में जानकारी देगा। आर्थिक सर्वेक्षण संसद में केंद्रीय बजट से पहले पेश किया जाता है और यह सरकार की आर्थिक नीतियों को समझने का एक अहम जरिया होता है।

निर्मला सीतारमण का आठवां बजट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए यह बजट बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनका आठवां बजट होगा। यह एक रिकॉर्ड बन जाएगा, क्योंकि उन्होंने लगातार आठ बजट प्रस्तुत किए हैं। उनकी नीतियां और निर्णय देश के आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाते आए हैं, और इस बार भी उनकी योजनाओं से देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।

भविष्य की उम्मीदें और बजट की दिशा

आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार के बजट में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं, जो देश की समग्र आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करेंगे। सरकार की प्राथमिकता गरीब और मध्यवर्गीय परिवारों की सहायता और रोजगार सृजन पर हो सकती है। इसके अलावा, यह बजट कृषि, उद्योग, इंफ्रास्ट्रक्चर और शिक्षा जैसे अहम क्षेत्रों पर भी जोर दे सकता है।

समग्र दृष्टिकोण

बजट सत्र 2025 के पहले दिन का घटनाक्रम यह संकेत देता है कि सरकार इस बार भी देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने और विकास के नए रास्ते खोलने के लिए प्रतिबद्ध है। राष्ट्रपति मुर्मू का अभिभाषण, प्रधानमंत्री मोदी का आह्वान और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आर्थिक सर्वेक्षण इन सभी के माध्यम से यह स्पष्ट होता है कि भारत की सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से देश को एक नई दिशा देने के लिए तत्पर है।

Share This Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *