ranchi violence: 10 जून, 2022 को झारखंड की राजधानी रांची में हुई हिंसा ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया था। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए थे और संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा था। इस घटना के बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था और उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था।
तीन और आरोपियों के खिलाफ आरोप तय
ranchi violence: इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब 9 अक्टूबर, 2024 को अपर न्यायायुक्त विशाल श्रीवास्तव की अदालत ने तीन और आरोपियों नवाब चिस्ती उर्फ समद, शकील उर्फ कारू और नदीम अंसारी के खिलाफ आरोप तय किए। अब इस मामले में कुल 14 आरोपी ट्रायल का सामना कर रहे हैं।
ranchi violence: अन्य आरोपी और ट्रायल
इससे पहले भी इस मामले में मो. अफसर, मो. शाहबाज, मो. उस्मान उर्फ करण कच्छप, मो. तबारक कुरैशी, अफसर, अरमान हुसैन, मो. रमजान, मो. अमजद, मो. माज, मो. सरफराज और मो. इरफान अंसारी सहित 11 आरोपी ट्रायल का सामना कर रहे थे।
सीआईडी जांच में नए खुलासे
ranchi violence: रांची हिंसा के मामलों की जांच के लिए पुलिस ने सीआईडी को लगाया था। सीआईडी ने डेली मार्केट कांड संख्या 17/2022 की जांच की और इस मामले में कई नए खुलासे किए हैं। हालांकि, अभी भी अन्य मामलों की जांच जारी है और उनमें भी ट्रायल चल रहा है।
ranchi violence: रांची हिंसा के कारण और प्रभाव
रांची हिंसा के कारणों को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह साजिश थी तो कुछ का मानना है कि यह एक स्पॉटेनियस घटना थी। इस हिंसा का रांची शहर पर गहरा असर पड़ा है। व्यापार और व्यवसाय प्रभावित हुए और लोगों में भय का माहौल पैदा हो गया।
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