रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा और उनकी पत्नी कंचन सिंह.
रांचीः झारखंड के छह नॉन स्टेट सिविल सर्विस के अधिकारियों के लिए खुशखबरी है. इनको भारतीय प्रशासनिक सेवा के तहत झारखंड कैडर में प्रोन्नति मिली है. केंद्र सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है. साल 2023 की रिक्तियों के विरुद्ध इन सभी को प्रोन्नति मिली है. इनमें कंचन सिंह, धनंजय कुमार सिंह, सीता पुष्पा, बिजय कुमार सिन्हा, प्रीति रानी और राजेश प्रसाद के नाम शामिल हैं.
रांची एसएसपी की पत्नी भी बनीं आईएएस
आपको बता दें कि आईएएस कैडर में प्रोन्नति पाने वाली कंचन सिंह रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा की पत्नी हैं. उन्होंने सीडीपीओ पद से सेवा की शुरुआत कर इस मुकाम को हासिल किया है. इस लिस्ट में शामिल बिजय कुमार सिन्हा इंजीनियरिंग सेवा से जुड़े रहे हैं. नोटिफिकेशन जारी होने के बाद संबंधित अधिकारियों को बधाई देने का तांता लगा हुआ है.
लोहरदगा जिला की समाज कल्याण पदाधिकारी को भी मिला प्रमोशन
वहीं लोहरदगा जिला की समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा भी आईएएस प्रोन्नत हुई हैं. सीता पुष्पा रांची के कांके की रहने वाली हैं. उनके पति बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में अधिकारी हैं. जबकि पुत्र रांची लॉ यूनिवर्सिटी में चौथे वर्ष का विद्यार्थी है.
लोहरदगा जिला की समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने एक लंबा समय लोहरदगा जिला में गुजारा है. वर्ष 2014 से लेकर वर्ष 2018 तक वह लोहरदगा जिला के सदर प्रखंड के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का दायित्व संभाल चुकी हैं. इसके बाद प्रमोशन होने के उपरांत वह लोहरदगा में फिर से जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के पद पर वर्ष 2023 में आई हैं. जिसके बाद से अभी तक यही हैं.
सीता पुष्पा के आईएएस बनने पर उन्हें बधाइयां मिल रही हैं. झारखंड के छह नॉन स्टेट सिविल सर्विस के अधिकारियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा के तहत झारखंड कैडर में प्रोन्नति मिली है. साल 2023 की रिक्तियों के विरुद्ध इन सभी को प्रोन्नति मिली है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए सीता पुष्पा ने कहा कि विभागीय दायित्वों को उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में निर्धारित समय सीमा के अंदर शत-प्रतिशत पूरा करने का वह प्रयास कर रही हैं. अभी भी वह समर्पित रूप से काम कर रही हैं. विभागीय योजनाओं को पूर्ण करने में हमेशा उनकी टीम शीर्ष पर रही है. इसी उद्देश्य को लेकर उन्होंने काम भी किया है. आगे जो भी दायित्व सौंपा जाएगा, उसे बेहतर तरीके से समय सीमा के अंदर पूर्ण करने की ओर उनका लक्ष्य होगा.
आपको बता दें कि इससे पहले जुलाई 2023 में पहली बार राज्य पुलिस सेवा के 24 पुलिस पदाधिकारियों को भारतीय पुलिस सेवा में प्रोन्नति मिली थी. तब तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी को पिन और बैज लगाकर सम्मानित किया था. इस मौके पर आयोजित समारोह के दौरान तत्कालीन मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने पदाधिकारियों को उनके कर्तव्यों की याद दिलाते हुए कहा था कि आपको प्रोन्नति मिलने में थोड़ा विलंब जरूर हुआ, लेकिन यह भी समझना होगा कि 24 पुलिस पदाधिकारियों को एक साथ आईपीएस में प्रोन्नति देने वाला झारखंड देश का पहला राज्य होगा. आपको बता दें कि इसी बैच के कई आईपीएस अलग-अलग जिलों में पुलिस कप्तान की भूमिका निभा रहे हैं.