election commission: विधानसभा निर्वाचन 2024 करीब आ रहा है, लेकिन अभी भी एक बड़ी समस्या है: मतदाताओं की भागीदारी। हर चुनाव में, यह देखा गया है कि कई मतदाता मतदान प्रक्रिया से वंचित रह जाते हैं या इसमें हिस्सा नहीं लेते हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे जागरूकता की कमी, सुविधाओं का अभाव, या फिर मतदान प्रक्रिया के प्रति भ्रांतियां। यही वजह है कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों (स्वीप) को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता है, ताकि लोगों को मतदान के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के. रवि कुमार ने इसी चुनौती को ध्यान में रखते हुए स्वीप (Systematic Voters’ Education and Electoral Participation) के कार्यों में गति लाने पर जोर दिया है। उनका उद्देश्य है कि आगामी विधानसभा चुनावों में मतदाता अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
election commission: स्थिति की गहराई
यह तथ्य है कि लोकतंत्र में मतदान एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, लेकिन जब नागरिक ही इस जिम्मेदारी से पीछे हट जाते हैं, तो यह पूरी चुनाव प्रक्रिया पर सवाल खड़ा कर देता है। इसलिए स्वीप का मुख्य लक्ष्य है, मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाना, ताकि वे चुनाव में सक्रिय रूप से भाग लें।
श्री कुमार ने कहा कि मतदान प्रक्रिया को सुचारु और प्रभावी बनाने के लिए जागरूकता अभियानों को तेजी से आगे बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए सभी प्रकार के जनसंपर्क साधनों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए—जैसे पोस्टर, बैनर, प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, नुक्कड़ नाटक, और प्रचार वाहन। यह सभी साधन मतदाताओं को यह बताने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे कि मतदान करना कितना महत्वपूर्ण है और यह प्रक्रिया कितनी आसान और सुविधाजनक है।
election commission: स्वीप समिति की भूमिका
स्वीप समिति के माध्यम से इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने इस समिति को निर्देशित किया है कि वे उन वॉलिंटियर्स का चयन करें, जो मतदान कार्य में सहायता कर सकें। इन वॉलिंटियर्स की ट्रैनिंग स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा सुनिश्चित की जाएगी, ताकि ये वॉलिंटियर्स मतदाताओं के बीच जाकर सही जानकारी दे सकें और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित कर सकें। श्री कुमार ने यह भी कहा कि इन वॉलिंटियर्स को ट्रेनिंग के बाद सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड प्रदान किए जाएं ताकि उनकी पहचान स्पष्ट रहे।
मतदाताओं के बीच भ्रांतियां फैलाने वाले मिथकों को दूर करने के लिए श्री कुमार ने न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं के बारे में जानकारी देने और उनका प्रचार करने का निर्देश दिया है। मतदान केंद्रों पर मौजूद सुविधाएं जैसे शौचालय, पानी की व्यवस्था, और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधाओं का होना, मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करेगा और किसी भी तरह की भ्रांति को खत्म करेगा।
मतदाताओं को जागरूक
election commission: मतदाताओं को जागरूक करने और अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित करने का एकमात्र समाधान है सही और सटीक जानकारी का वितरण। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देशानुसार, स्वीप समिति ने यह तय किया है कि प्रत्येक मतदाता तक पहुंचने के लिए सभी प्रकार के मीडिया का उपयोग किया जाएगा।
मीडिया और सोशल मीडिया के सभी संसाधनों का इस्तेमाल करके व्यापक स्तर पर जागरूकता फैलाई जाएगी। पोस्टर, बैनर, नुक्कड़ नाटक और प्रचार वाहनों का प्रयोग उन क्षेत्रों में किया जाएगा जहां मतदाताओं की संख्या अधिक है, लेकिन मतदान में उनकी भागीदारी कम रहती है। साथ ही, सोशल मीडिया के माध्यम से खासकर युवाओं को मतदान के प्रति जागरूक किया जाएगा, क्योंकि आज के समय में सोशल मीडिया सबसे प्रभावशाली माध्यम है।
श्री कुमार ने कहा कि इस जागरूकता अभियान को केवल शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं रखा जाएगा, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। क्योंकि बहुत से ग्रामीण मतदाता अभी भी मतदान प्रक्रिया से अनजान हैं या फिर वे सुविधाओं के अभाव के कारण मतदान केंद्र तक नहीं पहुंच पाते हैं।
election commission: ट्रेनिंग और वॉलिंटियर्स की भूमिका
स्वीप समिति ने इस अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए वॉलिंटियर्स का चयन करने की योजना बनाई है। स्कूली बच्चों को वॉलिंटियर के रूप में चयनित कर उनकी पूरी ट्रेनिंग की जाएगी। यह वॉलिंटियर्स मतदाताओं के बीच जाकर उन्हें जागरूक करेंगे और मतदान प्रक्रिया के बारे में जानकारी देंगे।
election commission: श्री कुमार ने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि इन वॉलिंटियर्स को उनकी ट्रेनिंग के बाद सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड दिए जाएं। इससे उनकी भूमिका को पहचान मिलेगी और वे अपने काम को और अधिक जिम्मेदारी से निभा सकेंगे।
वॉलिंटियर्स को प्रशिक्षित करने के लिए स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई सामग्री का उपयोग किया जाएगा। यह सामग्री इस प्रकार से तैयार की जाएगी कि वॉलिंटियर्स मतदाताओं के साथ संवाद करते समय सटीक जानकारी प्रदान कर सकें और किसी भी प्रकार की गलतफहमी न हो।
सार्वजनिक जागरूकता और मीडिया की ताकत
election commission: जनता तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए मीडिया का उपयोग सबसे कारगर साबित हो सकता है। इसलिए, इस बार स्वीप समिति ने मीडिया को अपनी जागरूकता रणनीति का एक प्रमुख हिस्सा बनाया है। प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से मतदाताओं तक संदेश पहुंचाने का काम तेजी से किया जाएगा।
इसके अलावा, नुक्कड़ नाटक और प्रचार वाहन जैसे पारंपरिक तरीकों का भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा, खासकर ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में। नुक्कड़ नाटक लोगों के बीच सीधे संवाद स्थापित करने का सबसे प्रभावी तरीका है, और इसका उपयोग करके मतदान प्रक्रिया के प्रति लोगों की समझ को बढ़ाया जा सकता है।
election commission: प्रमुख विभागों की भागीदारी
इस बैठक में विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे, जिन्होंने इस अभियान में अपने सहयोग का आश्वासन दिया। इनमें महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, कला एवं संस्कृति विभाग, और अन्य विभाग शामिल थे। इन सभी विभागों का समन्वय इस अभियान को और भी सफल बनाएगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने यह स्पष्ट किया कि यह सभी विभाग अपने-अपने क्षेत्रों में मतदाताओं को जागरूक करने का काम करेंगे। जैसे, शिक्षा विभाग के माध्यम से स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, वहीं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से मीडिया के विभिन्न साधनों का उपयोग किया जाएगा।
election commission: समाप्ति
विधानसभा निर्वाचन 2024 को सफल बनाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देश और स्वीप समिति की बैठक में तय की गई रणनीतियां निश्चित रूप से मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करेंगी।
यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मतदाता केंद्रों पर पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं और उनका प्रचार भी किया जाए ताकि मतदाता निर्भय होकर मतदान केंद्रों तक पहुंच सकें।
स्वीप समिति द्वारा उठाए गए कदमों और वॉलिंटियर्स की सक्रिय भागीदारी से उम्मीद की जा रही है कि इस बार के चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होगी।
election commission: स्वीप का मुख्य उद्देश्य यही है कि हर एक मतदाता अपने अधिकार को समझे और लोकतंत्र की इस महत्वपूर्ण प्रक्रिया में भाग ले।
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