Ranchi AIIMS के अलावा इन 6 जिलों में मेडिकल कॉलेज बनाने की तैयारी, स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए केंद्र को कई प्रस्ताव देंगे मंत्री

Jharkhand News झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी केंद्र से राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई प्रस्ताव देंगे। वे रांची में एम्स और छह अन्य जिलों में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की मांग करेंगे। इसके अलावा वे मेडिको सिटी के लिए 3781 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने के लिए एडीबी से ऋण की मांग करेंगे।

रांची। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी शीघ्र ही केंद्र को राज्य में स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए कई प्रस्ताव देंगे तथा केंद्र से धनराशि की मांग करेंगे। वे एक-दो दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मिलकर रांची में एम्स की स्थापना तथा छह अन्य जिलों जामताड़ा, देवघर, धनबाद, जमशेदपुर, गिरिडीह तथा खूंटी में मेडिकल कॉलेज की मांग करेंगे। छह जिलों के मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति के साथ इन्हें पीपीपी मोड पर संचालित किए जाने की मांग रखेंगे। इसे लेकर उन्होंने विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया है।

झारखंड के लिए अलग स्पेशल पैकेज की भी मांग रखेंगे मंत्री

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केंद्रीय बजट में झारखंड के लिए अलग स्पेशल पैकेज की भी मांग रखेंगे। उन्होंने कहा है कि केंद्र को झारखंड से खनिज सहित अन्य संसाधन बड़े पैमाने पर मिलते हैं। उस अनुपात में राज्य को स्वास्थ्य के बजट में हिस्सा नहीं मिलता। वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के तहत राज्य को मिलनेवाली राशि में भी वृद्धि की मांग रखेंगे।

स्वास्थ्य विभाग ने रांची में मेडिको सिटी की स्थापना के लिए 3,781 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया है। इरफान अंसारी यह राशि एडीबी प्राेजेक्ट के तहत ऋण के रूप में उपलब्ध कराने का भी प्रस्ताव रखेंगे। साथ ही रिम्स, रांची सहित अन्य मेडिकल कालेजों में सीटों की वृद्धि के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन को निर्देश देने का अनुरोध करेंगे।

मंत्री ने की विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक

स्वास्थ्य मंत्री ने मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार सिंह एवं अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर बजट तथा स्वास्थ्य सेवाओं के विकास को लेकर बैठक की। उन्होंने योजनाओं में तेजी लाने तथा उनके द्वारा पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन पर जोर दिया।

स्वास्थ्य विभाग ने तलब की मिक्स मलेरिया की रिपोर्ट

पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी व डुमरिया प्रखंड में मिक्स मलेरिया के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मंगलवार को इस संदर्भ में रांची स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट तलब की गई है। वहीं, सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का निर्देश दिया है। जिले से तीन सदस्यीय टीम मुसाबनी प्रखंड में जांच करने पहुंची।

टीम में जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. असद, मलेरिया इंस्पेक्टर श्रवण कुमार व सुशील तिवारी शामिल थे। टीम ने मुसाबनी प्रखंड के कई गांवों में जाकर जांच किया तो कुछ मिक्स मलेरिया के मरीज मिले। इसकी रिपोर्ट सिविल सर्जन को सौंपी जाएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि दिसंबर-2024 में मुसाबनी और डुमरिया प्रखंड में करीब 70 मिक्स मलेरिया के मरीज मिले है।

इससे विभाग की भी नींद उड़ी हुई है। जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिसंबर माह में मलेरिया के कुल 506 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसमें सामान्य मलेरिया के कम और ब्रेन मलेरिया के ज्यादा मरीज मिले हैं। सामान्य मलेरिया के 117 और ब्रेन मलेरिया के 319 मरीज मिले हैं। यानी 63 प्रतिशत मरीज ब्रेन मलेरिया से ग्रस्त है। वहीं, सामान्य मलेरिया के 23.12 प्रतिशत मरीज मिले हैं। जबकि मिक्स मलेरिया के 70 नए मरीज यानी करीब 14 प्रतिशत मामले सामने आए हैं।

क्या है मिक्स मलेरिया?

दरअसल, मिक्स मलेरिया एक मलेरिया संक्रमण है जो मलेरिया परजीवी की एक से अधिक प्रजातियों के कारण होता है। यह प्लास्मोडियम फाल्सीपेरम और फ्लास्मोडियम विवैक्स या अन्य प्रजातियों के संक्रमण के कारण हो सकता है। हालांकि, विभाग इसके कारण ढूंढने को विशेष अभियान चला रही है।

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